Unique Indian District: भारत का एकमात्र जिला जो दो राज्यों में स्थित है – जानिए चित्रकूट की खासियत

Category: latest-update » Post by: Jaswant Jat » Update: 2025-05-10

भारत विविधताओं का देश है, जहां हर राज्य और जिला अपनी अलग संस्कृति, परंपरा, भाषा, खानपान और इतिहास के लिए जाना जाता है। आजादी के बाद से देश में लगातार नए जिलों का गठन होता रहा है। वर्तमान में भारत में कुल 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं, जिनमें 797 जिले शामिल हैं। इन जिलों में से 752 जिले राज्यों में और 45 जिले केंद्र शासित प्रदेशों में आते हैं।

Unique Indian District: भारत का एकमात्र जिला जो दो राज्यों में स्थित है – जानिए चित्रकूट की खासियत

आपने देश के सबसे बड़े जिले "कच्छ (गुजरात)" के बारे में सुना होगा, जिसका क्षेत्रफल लगभग 45,674 वर्ग किलोमीटर है, और सबसे छोटे जिले "माहे (पुडुचेरी)" के बारे में भी, जो आकार में बेहद छोटा है। लेकिन क्या आपको पता है कि भारत में एक ऐसा जिला भी है जो दो राज्यों में बंटा हुआ है?

चित्रकूट: भारत का एकमात्र द्विराज्यीय जिला (District in Two States)

यह अनोखा जिला है चित्रकूट (Chitrakoot), जो उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश, दोनों राज्यों में स्थित है। यह भारत का एकमात्र ऐसा जिला है जो दो राज्यों की सीमा को साझा करता है, और इसी कारण इसे द्विराज्यीय जिला भी कहा जाता है। यह स्थिति भारत की प्रशासनिक संरचना में एक अद्वितीय उदाहरण है।

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चित्रकूट का प्रशासनिक विभाजन:

  • उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में आने वाली चार तहसीलें:

    • करवी

    • मऊ

    • मानिकपुर

    • राजापुर

  • वहीं दूसरी ओर, चित्रकूट नगर (जिसे कई बार मुख्य चित्रकूट भी कहा जाता है) मध्य प्रदेश के सतना जिले में आता है। इस प्रकार, चित्रकूट का एक हिस्सा उत्तर प्रदेश में और दूसरा मध्य प्रदेश में स्थित है।

धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व

चित्रकूट केवल प्रशासनिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि धार्मिक और ऐतिहासिक रूप से भी अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। रामायण काल से ही इस स्थल का विशेष महत्व रहा है। मान्यताओं के अनुसार, भगवान राम, सीता और लक्ष्मण ने अपने 14 वर्षों के वनवास में से 11 वर्ष चित्रकूट में व्यतीत किए थे। यही वजह है कि आज भी यह स्थान लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करता है।

यह क्षेत्र कौशल साम्राज्य का हिस्सा माना जाता है और आज भी राम घाट, कामदगिरि पर्वत, भरतकूप, हनुमान धारा, सती अनुसूया आश्रम जैसे कई प्रसिद्ध धार्मिक स्थल यहां स्थित हैं।

चित्रकूट की विशेषताएं (Key Features of Chitrakoot)

विशेषताविवरण
राज्यउत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश
भौगोलिक स्थितिदो राज्यों की सीमा पर स्थित
प्रमुख धार्मिक स्थलकामदगिरि, राम घाट, भरतकूप
ऐतिहासिक महत्वभगवान राम का वनवास स्थल
पर्यटनधार्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र

सरकार द्वारा प्रयास

दो राज्यों में फैले होने के कारण यहां कई बार प्रशासनिक समन्वय की चुनौतियां सामने आती हैं। हालांकि, दोनों राज्य सरकारें मिलकर चित्रकूट के विकास और इसके धार्मिक स्वरूप को बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास कर रही हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

चित्रकूट सिर्फ एक धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि भारत की अनूठी प्रशासनिक संरचना का भी उदाहरण है। दो राज्यों में फैला हुआ होने के बावजूद यह एकजुट संस्कृति, श्रद्धा और इतिहास को दर्शाता है। अगर आपने अभी तक चित्रकूट नहीं देखा है, तो अगली बार जरूर योजना बनाएं – यह जगह न केवल आपकी आस्था को छूएगी, बल्कि आपको भारत की विविधता और अद्वितीयता का एहसास भी कराएगी।