ITR Filing 2025: रिटर्न फाइल करते समय भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां, वरना हो सकता है बड़ा नुकसान
ITR Filing 2025: आयकर रिटर्न (ITR) फाइल करने का समय एक बार फिर नजदीक आ रहा है। असेसमेंट ईयर 2025-26 के लिए ITR फॉर्म 1 से लेकर 5 तक को CBDT (Central Board of Direct Taxes) द्वारा नोटिफाई कर दिया गया है। बहुत जल्द ITR फाइलिंग विंडो भी खुल जाएगी। ऐसे में अगर आप समय रहते और सही तरीके से रिटर्न दाखिल नहीं करते हैं, तो आपको जुर्माना, टैक्स नोटिस, या फिर रिफंड में देरी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इसलिए जरूरी है कि आप रिटर्न फाइल करते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का विशेष ध्यान रखें। आइए जानते हैं वो 5 सबसे बड़ी गलतियां, जिन्हें आपको रिटर्न भरते वक्त भूलकर भी नहीं करना चाहिए।

1. ITR फाइलिंग की आखिरी तारीख को न करें नजरअंदाज
31 जुलाई 2025 है उन टैक्सपेयर्स के लिए आखिरी तारीख, जिन्हें अकाउंट ऑडिट की जरूरत नहीं है। अगर आप इस तारीख तक रिटर्न नहीं भरते हैं, तो आपको 5,000 रुपये तक का लेट फाइन देना पड़ सकता है। साथ ही, कई टैक्स छूट का दावा करने का अवसर भी हाथ से निकल सकता है। इसलिए कैलेंडर में यह तारीख नोट कर लें और समय से पहले ही रिटर्न फाइल कर दें।
2. गलत ITR फॉर्म का चयन करना पड़ सकता है भारी
रिटर्न फाइल करते समय सही फॉर्म का चुनाव करना बेहद जरूरी है। अगर आपने अपनी इनकम और प्रोफाइल के अनुसार गलत फॉर्म चुना, तो आपका रिटर्न रिजेक्ट हो सकता है या प्रोसेसिंग में देरी हो सकती है।
- उदाहरण के लिए, यदि आप एक सैलरीड व्यक्ति हैं और आपकी सालाना आय ₹50 लाख या उससे कम है, साथ ही आपके पास कोई विदेशी आय या शेयरों में निवेश नहीं है, तो आपको ITR-1 भरना चाहिए।
- लेकिन अगर आपके पास कैपिटल गेन, एक से अधिक संपत्ति, या अन्य इनकम सोर्सेस हैं, तो आपको ITR-2 का उपयोग करना चाहिए।
3. सभी इनकम का पूरी तरह खुलासा करें
कई बार टैक्सपेयर्स अपनी छोटी-मोटी आय जैसे कि बैंक सेविंग्स अकाउंट का ब्याज, फ्रीलांस इनकम या कैशबैक/रिवॉर्ड्स की जानकारी देने से चूक जाते हैं। लेकिन आयकर विभाग के पास आपकी हर इनकम का रिकॉर्ड होता है। ऐसे में अगर आपने कोई इनकम छिपाई, तो आपको नोटिस और पेनल्टी झेलनी पड़ सकती है। इसलिए हमेशा अपनी संपूर्ण आय का सही-सही खुलासा करें।
4. फॉर्म 26AS और AIS स्टेटमेंट जरूर चेक करें
फॉर्म 26AS और Annual Information Statement (AIS) ये दो ऐसे दस्तावेज हैं, जिनमें आपकी TDS डिटेल्स, बैंक से मिली इनकम, और बड़ी लेन-देन की जानकारी दर्ज होती है। ITR भरने से पहले इन दोनों दस्तावेजों को जरूर चेक करें और जो भी जानकारी आपने ITR में भरनी है, वो इन्हीं रिकॉर्ड्स से मिलान कर लें। ऐसा न करने पर आपकी जानकारी मिसमैच हो सकती है, जिससे रिटर्न की प्रोसेसिंग में दिक्कत आएगी।
5. ITR वेरिफिकेशन करना न भूलें
ITR फाइल कर देने के बाद सबसे जरूरी स्टेप होता है उसका वेरिफिकेशन करना। अगर आपने ITR वेरिफाई नहीं किया, तो उसे आयकर विभाग मान्य नहीं मानेगा। आप वेरिफिकेशन के लिए नेट बैंकिंग, आधार ओटीपी, या ई-वेरिफिकेशन पोर्टल का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह प्रक्रिया सरल है लेकिन बेहद जरूरी भी।
निष्कर्ष
ITR फाइल करना सिर्फ एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह आपकी वित्तीय ज़िम्मेदारी का हिस्सा है। ऊपर बताई गई 5 गलतियां अगर आपने नहीं कीं, तो आप न केवल टैक्स नियमों का पालन करेंगे, बल्कि पेनल्टी, नोटिस और रिफंड में देरी से भी बच सकेंगे।
तो तैयार हो जाइए ITR Filing 2025 के लिए और अपनी सारी जरूरी जानकारी, दस्तावेज और समझदारी के साथ करें सही और समय पर इनकम टैक्स रिटर्न फाइल।