How many banks are there in India: भारत में कुल कितने बैंक हैं? जानिए भारत के सभी बैंकों की पूरी सूची और प्रकार – 2025 अपडेट
क्या आप जानते हैं कि भारत में कुल कितने बैंक हैं और वे किस-किस प्रकार के होते हैं? यदि नहीं, तो यह लेख आपके लिए बेहद उपयोगी है। आज हम जानेंगे भारत में मौजूद सभी बैंकों की संख्या, उनके प्रकार, नाम और उनका काम क्या होता है। यह जानकारी छात्रों, प्रतियोगी परीक्षा देने वालों और आम नागरिकों सभी के लिए उपयोगी है।

भारत में बैंक कितने प्रकार के होते हैं?
भारत में बैंक मुख्य रूप से दो प्रमुख श्रेणियों में बांटे गए हैं:
वाणिज्यिक बैंक (Commercial Banks)
सहकारी बैंक (Co-operative Banks)
इनके अलावा कुछ विशेष प्रकार के बैंक भी होते हैं जैसे:
लघु वित्त बैंक (Small Finance Banks)
भुगतान बैंक (Payments Banks)
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (Regional Rural Banks - RRBs)
1. वाणिज्यिक बैंक (Commercial Banks)
वाणिज्यिक बैंक वह बैंक होते हैं जो आम जनता को बैंकिंग सेवाएं प्रदान करते हैं जैसे कि खाता खोलना, ऋण देना, डेबिट/क्रेडिट कार्ड सुविधा आदि। ये बैंक तीन भागों में बांटे गए हैं:
A. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (Public Sector Banks)
ये बैंक भारत सरकार द्वारा संचालित होते हैं। वर्तमान में 12 सरकारी बैंक कार्यरत हैं। उदाहरण:
भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
पंजाब नेशनल बैंक (PNB)
केनरा बैंक
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
B. निजी क्षेत्र के बैंक (Private Sector Banks)
इन बैंकों में बहुसंख्यक हिस्सेदारी निजी कंपनियों या व्यक्तियों के पास होती है। उदाहरण:
HDFC बैंक
ICICI बैंक
एक्सिस बैंक
कोटक महिंद्रा बैंक
C. विदेशी बैंक (Foreign Banks)
ये वे बैंक हैं जो विदेशी देशों की कंपनियों द्वारा संचालित हैं लेकिन भारत में शाखाएं खोलकर सेवाएं प्रदान करते हैं। उदाहरण:
सिटीबैंक
स्टैंडर्ड चार्टर्ड
HSBC
2. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (Regional Rural Banks - RRBs)
इन बैंकों को ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए बनाया गया है। इनका संचालन केंद्र सरकार, राज्य सरकार और एक प्रायोजक बैंक मिलकर करते हैं। वर्तमान में भारत में लगभग 43 RRBs कार्यरत हैं।
3. सहकारी बैंक (Co-operative Banks)
ये बैंक सामान्यतः छोटे स्तर पर कार्य करते हैं और किसानों, लघु उद्योगों व ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक सहायता के लिए बनाए गए हैं। इनका स्वामित्व उसके सदस्यों के पास होता है।
4. लघु वित्त बैंक (Small Finance Banks)
इनका उद्देश्य छोटे व्यवसायों, मजदूरों, किसानों आदि को ऋण और वित्तीय सेवाएं देना होता है। वर्तमान में भारत में 12 लघु वित्त बैंक कार्यरत हैं। उदाहरण:
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक
जन स्मॉल फाइनेंस बैंक
5. भुगतान बैंक (Payments Banks)
ये बैंक डिजिटल रूप से छोटी राशि के लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए बनाए गए हैं। ये ऋण या क्रेडिट कार्ड नहीं दे सकते, लेकिन बचत खाता, भुगतान और रिचार्ज जैसी सुविधाएं प्रदान करते हैं। उदाहरण:
इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक
एयरटेल पेमेंट्स बैंक
पेटीएम पेमेंट्स बैंक
भारत में कुल कितने बैंक हैं? (2025 के आंकड़ों के अनुसार)
बैंक का प्रकार | संख्या (2025) |
---|---|
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक | 12 |
निजी क्षेत्र के बैंक | 21 |
विदेशी बैंक (भारत में शाखाएं) | 45+ |
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक | 43 |
सहकारी बैंक | 1500+ |
लघु वित्त बैंक | 12 |
भुगतान बैंक | 6 |
कुल अनुमानित बैंक | 1600+ |
निष्कर्ष
भारत में बैंकिंग प्रणाली अत्यंत विस्तृत और विविध है। यहाँ सरकार द्वारा संचालित बैंक हैं, निजी बैंक हैं, ग्रामीण क्षेत्रों को कवर करने वाले बैंक हैं, और अब डिजिटल युग में काम कर रहे भुगतान बैंक भी हैं। यदि आप बैंकिंग क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं या सामान्य ज्ञान बढ़ाना चाहते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बहुत उपयोगी सिद्ध हो सकती है।