हार्पी ड्रोन ने पाकिस्तान में मचाई तबाही, जानिए कितना पावरफुल है यह ड्रोन? Harpy Drone
Harpy Drone: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट लगातार बढ़ती जा रही है। अपनी नापाक हरकतों से बाज न आते हुए, पाकिस्तान ने भारत के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की असफल कोशिश की। लेकिन भारतीय सेना ने अपनी रणनीतिक क्षमता और तकनीकी ताकत का प्रदर्शन करते हुए इसे करारा जवाब दिया। इस जवाबी कार्रवाई में एक अहम भूमिका निभाई – हार्पी ड्रोन ने। आइए जानते हैं, कितना पावरफुल है ये ड्रोन और कैसे इसने पाकिस्तान में तबाही मचाई।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट
ऑपरेशन सिंदूर के शुरू होते ही पाकिस्तान की सैन्य और राजनीतिक व्यवस्था में हड़कंप मच गया। बौखलाए पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के कई इलाकों में ड्रोन और मिसाइलों से हमले करने की कोशिश की। इसके अंतर्गत श्रीनगर, पठानकोट, अमृतसर, लुधियाना, चंडीगढ़, फलौदी और भुज जैसे कई संवेदनशील ठिकाने निशाने पर थे। लेकिन भारतीय सेना ने इन सभी प्रयासों को नाकाम कर दिया।
भारतीय सेना का जवाब: हार्पी ड्रोन से हमला
भारत ने इस चुनौती का जवाब बड़ी सटीकता और ताकत से दिया। हार्पी ड्रोन की मदद से पाकिस्तान के तीन एयर डिफेंस सिस्टम को जमींदोज कर दिया गया। भारत ने कराची, लाहौर और रावलपिंडी जैसे प्रमुख शहरों में ड्रोन स्ट्राइक किए, जिससे पाकिस्तान के सैन्य ढांचे को बड़ा नुकसान पहुंचा। इस पूरे ऑपरेशन में इजरायल से खरीदे गए हार्पी ड्रोन ने अहम भूमिका निभाई।
क्या है हार्पी ड्रोन?
हार्पी ड्रोन एक अत्याधुनिक मानवरहित हवाई वाहन (UAV) है, जिसे Israel Aerospace Industries (IAI) द्वारा विकसित किया गया है। यह ड्रोन दुश्मन के रडार सिस्टम को खोज कर खुद ही उन्हें नष्ट करने की क्षमता रखता है।
मुख्य विशेषताएं:
- उड़ान क्षमता: 9 घंटे तक लगातार
- ऑपरेशनल रेंज: 1000 किलोमीटर
- तकनीक: रेडियो सिग्नल को पकड़कर हमला करता है
- पहली बार परीक्षण: वर्ष 1989
- भारत में शामिल: वर्ष 2000 में
- अपग्रेडेड वर्जन: भारत के पास Harop Drone भी उपलब्ध है
फायर एंड फॉरगेट: हार्पी की खास ताकत
हार्पी एक लॉइटरिंग म्यूनिशन है, जिसका मतलब है कि यह लक्ष्य को खोजने के लिए आसमान में चक्कर लगाता है और जैसे ही रडार या टारगेट पकड़ में आता है, वह सीधा हमला करता है। हमले के बाद यह खुद नष्ट हो जाता है, इसलिए इसे "फायर एंड फॉरगेट" मिसाइल भी कहा जाता है। इसका इस्तेमाल खासतौर पर दुश्मन के वायु रक्षा प्रणाली और रडार को खत्म करने के लिए किया जाता है।
पाकिस्तान की कोशिशें हुईं नाकाम
ऑपरेशन सिंदूर के दूसरे दिन, भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया और कराची, लाहौर और रावलपिंडी में HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया। पाकिस्तान की ओर से किए गए सभी हमलों को भारतीय सेना ने सफलतापूर्वक रोक दिया। यह साबित करता है कि भारतीय सेना न केवल सतर्क है बल्कि हर चुनौती का सामना करने में पूरी तरह सक्षम भी है।
निष्कर्ष - Harpy drone in india
भारतीय सेना द्वारा इस्तेमाल किया गया हार्पी ड्रोन न केवल तकनीकी रूप से उन्नत है, बल्कि इसकी मारक क्षमता दुश्मन के लिए डर का कारण बन चुकी है। पाकिस्तान के खिलाफ इस रणनीतिक कदम ने भारत की सैन्य ताकत और आत्मनिर्भरता दोनों को दर्शाया है। आने वाले समय में ऐसे ड्रोन भारत की सुरक्षा नीति का अहम हिस्सा बने रहेंगे।